HP Board Model Paper 2021 for Class 10th Hindi. H.P. Board hindi model paper 2021 class 10th available below.
खण्ड (क) (साहित्यिक गद्यांश)
निम्न गद्यांश को पढकर दिये गये प्रश्नों में से कोई भी 12 प्रश्नों के उत्तर दीजीए। (12 अंक)
भारत को नदियों का देश कहा जाता है इसलिये नहीं कि इस देश में नदियों की अधिकता है बल्कि इस लिये कि इस देश में नदियों का विशेष रूप से सम्मान हुआ है। नदियां हमारे जीवन में बहुत महत्व रखती हैं। उनसे हमारा आर्थिक, सामाजिक, आध्यात्मिक जीवन समृद्ध हुआ है, पर आज वे अपना प्राचीन महत्व खोती जा रही हैं। भारत के प्राचीन ग्रन्थों विशेषकर वेदों, ब्राह्मण ग्रन्थों और पुराणों में नदियों के बारे में प्रचुर सामग्री मिलती है। नदियों का वनों से गहरा संबंध होता है।
वनों के रहते नदियां स्वयं ही फूट पड़ती हैं तथा प्रवाहित होती रहती हैं। वन नहीं रहेंगे तो नदियां भी नहीं रहेंगी। नयिां न रहने पर हमारी संस्कृति बिखर जाएगी इसलिये आर्थिक उन्नति के लिये, स्वास्थ्य और सुख प्राप्ति के लिये वनों का बहुत महत्व होता है। हमें वनों के संरक्षण का हर संभव प्रयास करना चाहिए। भारत की अनेक नदियों को पवित्र माना जाता है। पर आज मनुष्य ने वनस्पत्तियों और पानी के रिश्ते को भुला दिया है तथा आज ये नदियां मोक्षदायिनी नहीं रही हैं।
नदियों का जल प्रदूषित हो रहा है। आज गंगा, यमुना जैसी पवित्र मानी जाने वाली नदियों का जल बुरी तरह प्रदूषित हो गया है। आज भी पूरा भारत प्रमुख नदियों के समूह में बंटा हुआ है। मध्य देश में गंगा-यमुना समूह, पूर्व में ब्रह्मपुत्र-मेघना समूह, पश्चिम में नर्मदा-ताप्ति समूह और दक्षिण में महानदी समूह हैं। दक्षिण भारत में कृष्णा नदी समूह और कावेरी नदी समूह विद्यमान है। कुछ नदियों के विस्तृत विवरण के सहारे प्राचीन भारत पर प्रकाश पड़ता है।
इन नदियों के किनारे बसे नगर या तो विशाल और शक्तिशाली राज्यों की राजधानियां थीं अथवा शिक्षा और व्यवसाय के शिक्षा केन्द्र। भारतीय भू-भौगोलिक स्थिति को ठीक-ठाक समझने के लिए यहां के पर्वत-समूहों का और नदी समूहों का विस्तृत अध्ययन आवश्यक है। प्रचीन काल में यह देश नदियों, वनों, और पर्वतों से भरा पूरा था। पर आज स्थिति कुछ दूसरी है। आज अधिकांश नदियों का जल प्रदूषण से हैजा, पीलिया, टाइफाइड जैसी बीमारियां फैल रही हैं।
इससे मछलियों और कृषि उपज को भी नुकसान हो रहा है। मानव बस्तियों और उद्योगों का गंदा पानी जब नदियों के प्रवाह में मिल जाता है तो उपयोग के योग्य नहीं रहता है। भारत की 80 प्रतिशत जनसंख्या नदियों के घाटी क्षेत्रों में निवास करती है। इसलिये आज आवश्यकता इस बात की है कि प्रदेशों के कृषि, वन तथा सिंचाई विभागों को मिला कर एक कर दिया जाये। हर क्षेत्र में जलागम-क्षेत्र अधिकतर बनाए जाएं। क्योंकि वनों को नदियों से अलग नहीं किया जा सकता।
वन न केवल नदियों को उथली होने से बचाते है बल्कि भूमिगत जल को भी सुरक्षित रखते हैं। पानी की कमी को भी पूरा करते हैं। आज चौड़ी पत्ती वाले वृक्षों के वन नष्ट हो गये हैं। जहां-जहां भी दुर्लभ जाति के पशु-पक्षी और वनस्पतियां मिलती हैं वे सब पहाड़ी क्षेत्र हैं। बढती आबादी के कारण इनका नाश रोकना संभव नहीं है। आज आवश्यकता इस बात की है कि वन विभाग इन वनों में उगने वाली वनस्पतियों के विनाश को रोकने पर ध्यान दे। देशी पौधों की बात करना तथा इनकी पहचान करना अब पागलपन में गिना जाने लगा है। अनेक उपयोगी तथा प्राचीन वृक्षों के नाम अब केवल वनस्पति शास्त्र की किताबों में ही अपने वैज्ञानिक नामों से जाने जाते हैं। आज प्रत्येक भारतीय का कर्तव्य है कि वह अपनी जमीन को पहचाने, वनस्पतियों की रक्षा करें और नदियों में स्वच्छ जल प्रवाहित होने दें।
HP BOARD MODEL PAPER 2021 FOR CLASS 10TH HINDI
- भारत को नदियों का देश क्यों कहा गया है?
- भारत के किन प्राचीन ग्रन्थों में नदियों से संबंधित सामग्री मिलती है?
- नदियों के कौन-कौन से समूह हैं?
- नदियों के न रहने पर क्या होगा?
- वनों और नदियों के बीच क्या संबंध है?
- भारत की भू-भौगोलिक स्थिति को समझाने के लिए क्या आवश्यक है?
- जल प्रदूषण से कौन-कौन सी बीमारियां फैल रहीं हैं?
- प्राचीन काल में देश कैसा था?
- वनों का नदियों और भूमिगत जल के संदर्भ में क्या महत्व है?
- आज गंगा-यमुना की कैसी स्थिति है?
- ‘पशु-पक्षी’ शब्द का विग्रह कर समास का नाम लिखें।
- ‘उन्नति’ शब्द का विलोम लिखिए।
- प्राचीन वृक्षों के नाम अब कहां रह गये हैं?
- गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए।
खण्ड–ख (रचनात्मक)
- निम्न में से किसी भी एक विषय पर दिये हुए संकेत बिन्दुओं के आधार पर लगभग 200 से 250 शब्दों में निबन्ध को लिखो। (10 अंक)
- विद्यार्थी जीवन: (भूमिका, गुण, कर्तव्य, उपसंहार)
- दीपावली: (पर्व का आयोजन, पौराणिक महत्व, मनाने का तरीका, संदेश)
- मेरा प्यारा हिमाचल: (भूमिका, राज्य की स्थापना, अनेक देव स्थान एवं मेले, राजधानी, फलों के बाग-वन, उपसंहार)
- कम्प्यूटर आज की आवश्यकता: (भूमिका, कम्प्यूटर का अविष्कार, कम्प्यूटर का प्रयोग, उपसंहार)
- प्रदूषण की समस्या: (भूमिका, प्रदूषण के प्रकार, प्रदूषण से हानियां, रोकने के उपाय, उपसंहार)
- अपने विद्यालय के प्रधानाचार्य को शिक्षा-शुल्क क्षमा करवाने के लिये प्रार्थना पत्र लिखिए। (06 अंक) अथवा आपका मित्र बोर्ड परीक्षा में प्रथम आया है। उसे बधाई संबंधी एक पत्र लिखो। अथवा आपके मोहल्ले की सफाई समय पर नहीं किये जाने पर अपने नगर की नगरपालिका के प्रधान को पत्र लिखो।
- मनीषा सब्जी खरीदने बाजार गई है। सब्जी के मोल-भव को लेकर मनीषा और सब्जी वाले के मध्य हुई बातचीत को संवाद शैली में लिखिए। (05 अंक) अथवा लड़के –लडकियों के बीच शिक्षा के भेद-भाव पर दो लडकियों के हुई बातों को 50 शब्दों में संवाद के रूप में लिखिए।
- आपके विद्यालय में गणतन्त्र दिवस मनाया गया जिसमें छात्रों की खेलकूद प्रतियोगिताएं हुईं, मुख्य अतिथि ने भाषण दिया और पुरस्कार-वितरण किये। उसका प्रतिवेदन 50 शब्दों में कीजिए। (05 अंक) अथवा मोहल्ले में सर्दी की रात चोरी हुई। चोर जेवर और नकदी ले गए। मालिक बेहोश थे। उपयुक्त सामग्री के आाधार पर 50 शब्दों में प्रतिवेदन दीजिए।
खण्ड-ग (व्याकरण)
- निम्न वाक्यों में से कोई चार को दिए गए निर्देशानुसार लिखो। (04 अंक)
- बच्चा दूध पीकर आँगनबाड़ी गया। (संयुक्त वाक्य में बदलें)
- उसने अध्ययन किया और परीक्षा में सफल हुआ। (सरल वाक्य में बदलें)
- शोर मचाने वाले बालक पकड़ लिये गए हैं। (मिश्र वाक्य में बदलें)
- कंचन नवमीं कक्षा में पढ़ रही है। (उद्देश्य और विधेय छांटे)
- मोहन स्कूल नहीं गया है। (अर्थ के आधार पर वाक्य का प्रकार लिखें)
- अधोलिखित वाक्यों में से कोई चार के उत्तर निर्देशों के अनुसार दीजिए। (04 अंक)
- बच्चों ने पाठ पढ़ा। (कर्म वाच्य में बदलिये)
- नानी से उठा नहीं जाता। (कर्तृ वाच्य में बदलिये)
- पक्षियों से उड़ा जा रहा है। (वाच्य का प्रकार लिखिए)
- मैं नहीं चलता। (भाव वाच्य में बदलिये)
- नौकर ने आँगन साफ किया। (कर्म वाच्य में बदलिये)
- निम्न लिखित में से कोई तीन समस्त पदों का विग्रह कीजिए एवं समास का नाम भी लिखिए। (03 अंक)
- राजा-रानी
- रसोईघर
- आजीवन
- दोपहर
खण्ड-घ (पाठ्यपुस्तकों से)
- निम्न गद्यांश को पढिये एवं नीचे दिये गये कोई तीन प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
बड़े शोक की बात है, आजकल भी ऐसे लोग विद्मान हैं जो स्त्रियों को पढ़ाना उनके और गृह-सुख के नाश का कारण समझते हैं। और लोग भी ऐसे-वैसे नहीं, सुशिक्षित लोग- जिन्होंने बड़े-2 स्कूलों और शायद कॉलेजों में भी शिक्षा पाई है, जो धर्म-शास्त्र और संस्कृत के ग्रन्थ साहित्य से परिचय रखते हैं, और जिनका पेशा कुशिक्षितों को सुशिक्षित करना, कुमार्गगामियों को सुमार्गगामी बनाना और अधार्मिकों को धर्म तत्व समझाना है। (06 अंक)
- पाठ और लेखक का नाम बताइए।
- लेखक के अनुसार शोक की बात क्या है?
- लेखक ने ऐसे-वैसे कौन से लोगों को कहा है?
- गृह-सुख के नाश से लेखक का क्या आश्य है?
- ‘गृह’ शब्द के दो पर्यायवाची शब्द लिखिए।
अथवा
शहनाई की इसी मंगल ध्वनि के नायक बिस्मिल्ला खां साहब अस्सी बरस से सुर मांग रहे हैं। सच्चे सुर क नेमत। अस्सी बरस की पांचों वक्त वाली नमाज इसी सुर को पाने की प्रार्थना में खर्च हो जाती है। लाखों सजदे, इसी एक सच्चे सुर की इबात में खुदा के आगे झुकते हैं। वे नमाज के बाद सजदे में गिड़गिड़ाते हैं- मेरे मालिक एक सुर बख्श दें। सुर में वह तासीर पैदा कर कि सुनने वालों की आँखों से सच्चे मोती की तरह अनगढ़ आंसू निकल आएं।
- पाठ व लेखक के नाम बताइए।
- बिस्मिल्ला खां कब से शहनाई बजा रहा हैं और क्या मांग रहा हैं?
- शहनाई की मंगल ध्वनि के नायक कौन हैं?
- नमाज के बाद बिस्मिल्ला खां सजदे में क्या कहता है?
- ‘सच्चे सुर की नेमत’ का आश्य क्या है? स्पष्ट कीजिए।
- नवाब साहब द्वारा खीरा खाने की तैयारी करने का एक चित्र प्रस्तुत किया गया है। इस पूरी प्रक्रिया को अपने शब्दों में बताइए। (06 अंक)
अथवा
‘नेता जी का चश्मा’ पाठ के आधार पर पान वाले का एक रेखाचित्र प्रस्तुत करिये।
अथवा
खेती-बाडी से जुडे गृहस्थ बालगोबिन भगत अपनी किन चारित्रिक विशेषताओं के कारण साधु कहलाता था?
- निम्नलिखित काव्यांश को पढ कर दिये गए प्रश्नों में से कोई तीन प्रश्नों के उत्तर लिखिए। (06 अंक)
उधौ, तुम हौ अति बड़भागी। अपरस रहत स्नेह तगा तैं, नाहिन मन अनुरागी। पुरइनि पात रहत जल भीतर, ता रस देह न दागी।
ज्यौं जल माहँ तेल की गागरि, बूंद न ताकौं लागी। प्रीति-नदी मैं पाउँ न बोरयौ, दृष्टि न रूप परागी।
‘सूरदास’ अबला हम भोरी, गुर चाँटी ज्यौं पागी।।
- कवि तथा कविता का नाम बताइए।
- गोपियों ने स्वयं को क्या कहा है?
- गोपियों ने उद्धव के व्यवहार की तुलना किस-किस से की है?
- ‘प्रीति-नदी’ में कौन सा अलंकार है?
- गोपियों ने किस के प्रति अपनी अनन्यता प्रकट की है?
अथवा
तुम्हारी यह दन्तुरित मुस्कान मृतक में भी डाल देगी जान
धूलि-धूसर तुम्हारे ये गात…
छोडकर तालाब मेरी झोंपडी में खिल रहे जलजात
परस पाकर तुम्हारा ही प्राण,
पिघल कर जल बन गया होगा कठिन पाषाण
छू गया तुमसे कि झरने लगा पडे शेफालिका के फूल
बाँस था कि बबूल?
HP BOARD MODEL PAPER
- कवि तथा कविता का नाम बताइए।
- दन्तुरित मुस्कान किसकी है?
- बच्चे का शरीर किसके भरा हुआ है?
- बच्चे के शरीर के स्पर्श मात्र से क्या झडने लगा था?
- कवि की झोंपडी में बच्चा किस रूप में हैं?
- निम्न में से कोई तीन प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में लिखिए। (06 अंक)
- कवि के अनुसार फसल क्या है?
- माँ को बेटी अंतिम पूंजी क्यों लग रही थी?
- संगीतकार जैसे व्यक्ति संगीत के अलावा किन-2 क्षेत्रों में दिखाई देते हैं?
- परशुराम के क्रोध करने पर लक्ष्मण ने धतुष के टूट जाने के लिए क्या-2 तर्क दिये?
- सफलता के चरम शिखर पर पहुंचने के दौरान यदि व्यक्ति लडखडाता है तब उसे सहयोगी किस प्रकार संभालते हैं। कविता ‘संगीतकार’ के आधार पर बताओ।
- लक्ष्मण ने वीर योद्धा की कौन-2 सी विशेषताएं बताई हैं?
- ‘माता का आँचल’ शीर्षक की उपयुक्तता बताते हुए कोई अन्य शीर्षक बताइए। (06 अंक)
अथवा
नाक मान-सम्मान व प्रतिष्ठा का घोतक है। यह बात पूरी व्यंग्य रचना में किस तरह उभर कर सामने आयी है? लिखो।
- निम्न प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में दीजिए। (कोई तीन) (06 अंक)
- प्रकृति ने जल संजय की व्यवस्था किस प्रकार से की है?
- गंतोक को मेहनतकश बादशाहों का शहर किसलिये कहा गया है?
- जार्ज पञ्चम की लाट की नाम को पुन: लगाने के लिये मूर्तिकार ने क्या-2 प्रयास किये?
- भोलानाथ और उसके साथियों के खेल और खेलने की सामग्री आपके खेल और खेलने की सामग्री से किस तरह से र्भिन्न है बताइएᣛ?
- बच्चे माता-पिता के प्रति अपने प्रेम को कैसे अभिव्यक्त करते हैं?
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